अमेरिकी अल्पसंख्यक संस्थानों के प्रतिनिधिमंडल ने अकादमिक सहयोग की संभावना तलाशने के लिए जामिया का दौरा किया
विश्वविद्यालय के साथ अकादमिक एवं शोध के अवसरों तलाशने के लिए अमेरिका के विभिन्न अल्पसंख्यक सेवी संस्थानों और सामुदायिक कॉलेजों के 14 संकाय सदस्यों के एक समूह ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के कुलपति प्रो मजहर आसिफ और संकाय सदस्यों से मुलाकात की। प्रतिनिधियों ने व्यवहार विज्ञान, जातीय और नस्ल अध्ययन, शहरी अध्ययन एवं योजना, भौतिक विज्ञान, कानून अध्ययन, प्राकृतिक एवं भौतिक विज्ञान, भूगोल, इतिहास एवं दर्शन जैसे विविध क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति प्रोफेसर मजहर आसिफ ने प्रतिनिधियों का स्वागत किया और उन्हें ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में अकादमिक और शोध सहयोगी अवसरों की तलाश करने के लिए जामिया के संकाय सदस्यों के साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर अपना वक्तव्य देते हुए, प्रो मजहर आसिफ ने समकालीन विश्व में मानव जाति के लाभार्थ क्षमताओं को एक साथ लाने के लिए अकादमिक और अनुसंधान सहयोग के महत्व को रेखांकित किया जिसकी परिकल्पना भारत सरकार द्वारा लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 में की गई है। उन्होंने विभिन्न भौतिक और सांस्कृतिक स्थानों से निकलने वाले सभ्यतागत मूल्यों के अभिसरण के माध्यम से दुनिया को सांस्कृतिक रूप से समृद्ध करने के लिए विविध संस्कृतियों को एक साथ लाने हेतु वैश्विक भाषाओं को सीखने के महत्व पर बल दिया।
अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन स्टडीज (एआईआईएस) के तत्वावधान में प्रतिनिधिमंडल का आगमन हुआ जिसके साथ जामिया मिल्लिया इस्लामिया की संयुक्त शैक्षणिक गतिविधियों के आयोजन के अतिरिक्त भारतीय अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए अमेरिकी विद्वानों तथ शिक्षाविदों को शोध एवं अकादमिक संबद्धता प्रदान करने के लिए दीर्घकालिक साझेदारी रही है। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन स्टडीज, नई दिल्ली की महानिदेशक डॉ. पूर्णिमा मेहता और मियामी डेड कॉलेज, फ्लोरिडा के प्रो अमर साहनी ने संयुक्त रूप से किया।
प्रतिनिधिमंडल ने संकाय सदस्यों के साथ बातचीत करने के लिए अपने संभावित मैचिंग वाले विभिन्न विभागों और केंद्रों का दौरा किया।
प्रतिनिधिमंडल ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति के साथ दोपहर के भोजन के साथ ही बैठक की जिसमें जामिया मिल्लिया इस्लामिया के संकाय सदस्यों और विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
जामिया के कुलसचिव प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिजवी ने दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल के प्रति आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि संकाय सदस्यों के साथ उनके जुड़ाव से शिक्षण और अधिगम प्रक्रियाओं के उन्नयन के लिए साझेदार संस्थानों को ठोस शैक्षणिक लाभ मिलेगा।