ओखला सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला, कांग्रेस रेस से बाहर!
नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में ओखला सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लमीन (AIMIM) के उम्मीदवार आमने-सामने हैं।उसके इलावा कांग्रेस एवं दूसरे पार्टियों के उम्मीदवार भी मैदान में हैं लेकिन अब तक जबकि प्रचार अभियान समाप्त होने में सिर्फ़ दो ही दिन बचे हैं, कांग्रेस प्रत्यासी रेस से बाहर नज़र आ रही है।
बता दें कि पिछले दो चुनावों में इस सीट पर AAP के अमानतुल्लाह खान ने जीत दर्ज की है, और इस बार वह हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं। वहीं, कांग्रेस ने आसिफ मोहम्मद खान की बेटी अरीबा खान को मैदान में उतारा है, और AIMIM ने शिफा उर रहमान खान को जबकि BJP ने मनीष चौधरी को प्रत्याशी बनाया है।
ओखला विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम बहुल है, जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 55% से अधिक है। इस बार AIMIM ने भी शिफा-उर-रहमान को उम्मीदवार बनाया है, जिससे मुस्लिम वोटों के बंटवारे की संभावना बढ़ गई है। अमानतुल्लाह खान ने भी इस बात पर चिंता जताई है कि यदि मुस्लिम वोट विभाजित होते हैं, तो इसका लाभ BJP को मिल सकता है।
पिछले चुनावों में कांग्रेस का इस सीट पर मजबूत पकड़ रहा है, लेकिन हाल के चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है। 2020 के चुनाव में कांग्रेस के परवेज हाशमी को मात्र 5,123 वोट मिले थे, जबकि अमानतुल्लाह खान को 130,367 वोट प्राप्त हुए थे। इस बार भी कांग्रेस को लोगों का कोई ख़ास समर्थन नहीं मिला रहा है,अभी भी ओखला के कुछ कांग्रेसी नेताओं ने इलेक्शन में प्रचार से दुरी बनाई हुई है।
इस बार के चुनाव में AIMIM के उम्मीदवार शिफा उर रहमान खान के आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। हालांकि, AIMIM के मैदान में आने से मुस्लिम वोटों के बंटवारे की संभावना है, लेकिन आल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लमीन ने भी अपनी पूरी ताक़त झोंक दी है और ओखला विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने का दावा कर रही है । ऐसे में, ओखला सीट पर मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है, और परिणाम 8 फरवरी को घोषित होंगे।